सुधीर और रघु की दोस्ती की कहानी...। सुधीर और रघु की दोस्ती की कहानी...।
बुरा वक़्त इंसान को कितना समझदार और संतोषी बना देता है। घर के अन्दर ज़रूरतों के बोझ से दबा एक आँसू ज़मी... बुरा वक़्त इंसान को कितना समझदार और संतोषी बना देता है। घर के अन्दर ज़रूरतों के बो...
चाहे हम अपने भाई-बहन से कितना भी लड़ें पर मुश्किल समय में हम उनका और वो हमारा साथ ज़रू चाहे हम अपने भाई-बहन से कितना भी लड़ें पर मुश्किल समय में हम उनका और वो हमारा सा...
नाटक समाप्ति उपरान्त कार्यक्रम के संयोजक ने सहायता पात्र में 100 रूपये की सहायता राशि डाल कर शुरुआत ... नाटक समाप्ति उपरान्त कार्यक्रम के संयोजक ने सहायता पात्र में 100 रूपये की सहायता...
जहाँ वो आज भी रहता है और जहाँ से उसकी भूरी काली आंखें आज भी झांकती है..... जहाँ वो आज भी रहता है और जहाँ से उसकी भूरी काली आंखें आज भी झांकती है.....
मुझे इस समय का याद हीं नही दिलाएंगे अपने आपको पीछे होने का अहसास भी दिलाएँगे। मुझे इस समय का याद हीं नही दिलाएंगे अपने आपको पीछे होने का अहसास भी दिलाएँगे।